कादियां में श्री कृष्णा ड्रामेटिक क्लब के कलाकार राजा दशरथ द्वारा श्रवण की हुई मृत्यु के दृश्य का मंचन करते हुए। (ज़ीशान) |
कादियां, 23 सितंबर (ज़ीशान): श्री कृष्णा ड्रामेटिक क्लब द्वारा नगर परिषद मैदान में आयोजित रामलीला की दूसरी संध्या में कलाकारों ने भावपूर्ण संवादों के साथ श्रवण वध, श्री राम चंद्र, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और सीता जन्म प्रसंग का मंचन किया।
कथानक के अनुसार, जब श्रवण अपने अंधे माता-पिता को तीर्थयात्रा पर ले जाते हुए नदी से पानी भर रहा था, तब राजा दशरथ ने उसे गलती से जंगली जानवर समझकर अपने बाण से घायल कर दिया। श्रवण की मृत्यु पर उसके अंधे माता-पिता ने राजा दशरथ को श्राप दिया कि जैसे वे पुत्र-वियोग में तड़पकर मर रहे हैं, वैसे ही दशरथ को भी अपने पुत्र के वियोग में मरना पड़ेगा।
राम, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न जन्म प्रसंग में दिखाया गया कि गुरु वशिष्ठ की सलाह पर राजा दशरथ ने श्रृंगी ऋषि से पुत्रेष्टि यज्ञ करवाया, जिसके परिणामस्वरूप उनके घर चारों पुत्रों का जन्म हुआ। वहीं मिथिला में अकाल पड़ने पर जब राजा जनक ने स्वयं हल चलाया, तो धरती से सीता जी का प्रकट होना दर्शाया गया। इस अवसर पर क्लब के सभी कलाकारों ने शानदार अभिनय कर दर्शकों का मन मोह लिया।